Մ-ն- պ--ք ----ղիկ-ե-- ջրե-ն-:
Մենք պետք է ծաղիկները ջրեինք:
Մ-ն- պ-տ- է ծ-ղ-կ-ե-ը ջ-ե-ն-:
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Մենք պետք է ծաղիկները ջրեինք: 0 M-nk’-pet-’ --ts--h--n-ry j-e-n-’Menk’ petk’ e tsaghiknery jreink’M-n-’ p-t-’ e t-a-h-k-e-y j-e-n-’---------------------------------Menk’ petk’ e tsaghiknery jreink’
Մ-ն--պ-տք-- բն--ա---ը-----ք-ի-ք:
Մենք պետք է բնակարանը հավաքեինք:
Մ-ն- պ-տ- է բ-ա-ա-ա-ը հ-վ-ք-ի-ք-
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Մենք պետք է բնակարանը հավաքեինք: 0 M-nk’------ e--n-karany -a-a---ein-’Menk’ petk’ e bnakarany havak’yeink’M-n-’ p-t-’ e b-a-a-a-y h-v-k-y-i-k-------------------------------------Menk’ petk’ e bnakarany havak’yeink’
Մենք պ-տ--է---ասքը-լվ-ն---ն-:
Մենք պետք է սպասքը լվանայինք:
Մ-ն- պ-տ- է ս-ա-ք- լ-ա-ա-ի-ք-
-----------------------------
Մենք պետք է սպասքը լվանայինք: 0 Menk’--e--’ - sp----y -van-yink’Menk’ petk’ e spask’y lvanayink’M-n-’ p-t-’ e s-a-k-y l-a-a-i-k---------------------------------Menk’ petk’ e spask’y lvanayink’
Ո-- -ր -տի-վ-ծ --ել հրա--շ--տ-լ:
Ո՞վ էր ստիպված եղել հրաժեշտ տալ:
Ո-վ է- ս-ի-վ-ծ ե-ե- հ-ա-ե-տ տ-լ-
--------------------------------
Ո՞վ էր ստիպված եղել հրաժեշտ տալ: 0 V-----------v--s-y-ghe- hr-z-e----t-lVO՞v er stipvats yeghel hrazhesht talV-՞- e- s-i-v-t- y-g-e- h-a-h-s-t t-l-------------------------------------VO՞v er stipvats yeghel hrazhesht tal
Ո-վ------ի-վա- -----շ-------- գնալ:
Ո՞վ էր ստիպված եղել շուտ տուն գնալ:
Ո-վ է- ս-ի-վ-ծ ե-ե- շ-ւ- տ-ւ- գ-ա-:
-----------------------------------
Ո՞վ էր ստիպված եղել շուտ տուն գնալ: 0 V-՞v er--ti----s--e---- shu--t-n g-alVO՞v er stipvats yeghel shut tun gnalV-՞- e- s-i-v-t- y-g-e- s-u- t-n g-a--------------------------------------VO՞v er stipvats yeghel shut tun gnal
Ո-վ-էր-ս---վ-ծ եղե--գնացքո----ալ:
Ո՞վ էր ստիպված եղել գնացքով գնալ:
Ո-վ է- ս-ի-վ-ծ ե-ե- գ-ա-ք-վ գ-ա-:
---------------------------------
Ո՞վ էր ստիպված եղել գնացքով գնալ: 0 V-՞--er s----a------hel----ts’k’o----alVO՞v er stipvats yeghel gnats’k’ov gnalV-՞- e- s-i-v-t- y-g-e- g-a-s-k-o- g-a----------------------------------------VO՞v er stipvats yeghel gnats’k’ov gnal
Մե-ք-չ-ի-ք ու-ում---- որ --ն խմ-լ:
Մենք չէինք ուզում ինչ որ բան խմել:
Մ-ն- չ-ի-ք ո-զ-ւ- ի-չ ո- բ-ն խ-ե-:
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Մենք չէինք ուզում ինչ որ բան խմել: 0 M-nk- -h-e-nk--u-um-in-h’ -o--ba- -h--lMenk’ ch’eink’ uzum inch’ vor ban khmelM-n-’ c-’-i-k- u-u- i-c-’ v-r b-n k-m-l---------------------------------------Menk’ ch’eink’ uzum inch’ vor ban khmel
Ե--ո---ւմ-է- -ուն-գ--լ:
Ես ուզում էի տուն գնալ:
Ե- ո-զ-ւ- է- տ-ւ- գ-ա-:
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Ես ուզում էի տուն գնալ: 0 Y-s-uzum-e--tu- -n-lYes uzum ei tun gnalY-s u-u- e- t-n g-a---------------------Yes uzum ei tun gnal
जाहिराती चित्रांचा भरपूर वापर करतात.
चित्र आपली एखादी विशिष्ट आवड नजरेस आणते.
आपण त्यांच्याकडे अक्षरांपेक्षा अधिक काळ आणि उत्सुकतेने पाहतो.
यामुळेच, आपल्याला चित्रांसोबत जाहिराती देखील चांगल्या लक्षात राहतात.
चित्रे देखील अतिशय तीव्रतेने भावनिक प्रतिक्रिया निर्माण करतात.
मेंदू फार लवकर चित्रे ओळखते.
त्यास माहिती पडते की चित्रांमध्ये काय पाहता येईल.
चित्रांपेक्षा अक्षरे ही वेगळ्या पद्धतीने कार्य करतात.
ते अमूर्त वर्ण आहेत.
म्हणून, आपला मेंदू अक्षरांप्रती धिम्या गतीने प्रतिसाद देतो.
पहिल्यांदा त्यास शब्दांचा अर्थ समजून घ्यावयास लागतो.
एकजण असेही म्हणेल की, मेंदूच्या भाषा विभागाने अक्षरे भाषांतरित केली पाहिजे.
परंतु, अक्षरे वापरून देखील भावना उत्पन्न करता येतात.
मजकूर फक्त मोठा असणे आवश्यक आहे.
संशोधन असे सांगते की, मोठ्या अक्षरांचा मोठा प्रभाव पडतो.
मोठी अक्षरे फक्त लहान अक्षरांपेक्षा मोठी असतात असे नाही.
तर ते तीव्र भावनिक प्रतिक्रिया देखील उमटवितात.
हे सकारात्मक तसेच नकारात्मक भावनांसाठी खरे आहे.
मानवास गोष्टींचा आकार नेहमीच महत्वाचा राहिला आहे.
मनुष्याने धोक्यास त्वरीत प्रतिक्रिया देणे आवश्यक आहे.
आणि जेव्हा काही खूप मोठे असते तेव्हा ते फारच जवळ पोहोचलेले असते!
म्हणून मोठी चित्रे तीव्र प्रतिक्रिया उमटवितात हे समजण्यासाखे आहे.
आपण मोठ्या अक्षरांना कशी प्रतिक्रिया देतो हे अजूनही अस्पष्ट आहे.
अक्षरे प्रत्यक्षात मेंदूस संकेत नाहीत.
असे असून देखील जेव्हा तो मोठी अक्षरे पाहतो तेव्हा जास्त क्रिया करतो.
हा निष्कर्ष शास्त्रज्ञांस फारच मनोरंजक आहे.
हे असे दर्शविते की, आपल्यास अक्षरांचे महत्व किती आहे.
कसे तरीही आपल्या मेंदूने लिखाणास प्रतिक्रिया द्यावयाचे शिकलेले आहे.